केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन 20 फरवरी से

हमीरपुर। आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स यूनियन की बैठक प्रधान इंदिरा ठाकुर की अध्यक्षता में हमीरपुर में हुई जिसमें आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स की मांगें पूरी न होने पर देश में 20 से 21 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होने का निर्णय लिया है। इंदिरा ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार मजदूर और आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स के विरोध में फैसले देती रही है। गत तीन वर्षों में सीटू व केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर देशभर में मजदूरों और आंगनबाड़ी महिलाओं ने तीन वार देशव्यापी हड़तालें की हैं लेकिन इसके बाद केंद्र सरकार ने उनके हितों की अनदेखी की है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने गत 22 अक्तूबर को निर्णय लिया है कि बाल विकास परियोजनाओं को चरणबद्ध तरीके से निजी कंपनियों या एनजीओ के हवाले किया जाएगा। पहले चरण में कुल परियोजनाओं का 10 फीसदी निजी क्षेत्र या एनजीओ को दिया जाएगा। आंगनबाड़ी वर्कर्स के वेतन एवं अन्य कामों की देखरेख भी निजी कंपनियां, एनजीओ करेंगी जो यूनियन को मंजूर नहीं है। कहा कि केंद्र सरकार महंगाई को रोकने को अनाज में सट्टा बाजार की नीति को बंद करे। लिंक वर्कर्स रखने के फैसले को वापस लिया जाए। गैस व खाद्य सामग्री खरीदकर आंगनबाड़ी केंद्रों में मुहैया करवाई जाए। आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को नियमित किया जाए। सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों, बैंक, बीमा आदि निजीकरण या विनिवेश न किया जाए, श्रम कानूनों को सख्त किया जाए और सुपरवाइजर का कोटा 90 फीसदी किया जाए। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स से आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है।

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